आज के समय में किसी भी फील्ड में ग्रेजएशन करने के बाद PGDM का कोर्स किया जा सकता है। PGDM कोर्स इस लिए बनाया गया जिससे छात्र मार्केट और इंडस्ट्री के मौजूदा ट्रेंड को आसानी समझ पाए। जिससे वह अपनी की अच्छी कम्पनीज में नौकरी हासिल कर पाए। पीजीडीएम कोर्स की फुल फॉर्म पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट (Post Graduate Diploma in Management) है। इस पोस्ट में हम 2025 में पीजीडीएम कोर्स करने के क्या लाभ है? इस बारे में बतायेगे।
PGDM कोर्स क्या है?
छात्रो को आज समय छात्रों को मैनजेमेंट से संबंधित कोर्स करने में ज्यादा दिलचस्वी है। इस कारण मैनजेमेंट करने वाले लोगो के बीच PGDM कोर्स बहुत चर्चित हैं क्योंकि इस कोर्स में भविष्य में स्कोप अच्छा हैं। इस कोर्स को कर के छात्र हर साल 7-10 लाख कमा सकते हैं। जो छात्र करते है उनका लीडरशिप और कम्युनिकेशन स्किल अच्छा होना चाहिए।
यह एक प्रोफेशनल डिग्री कोर्स हैं। भारत में इस कोर्स को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) से मान्यता प्राप्त बिजनेस इंस्टीट्यूट करवाते हैं। जिनकी ग्रेजएशन पूरी की हुई होती हैं, वह इस कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। इस कोर्स करने के लिए किसी भी इंस्टीट्यूट में मैनेजमेंट एप्टीट्यूड टेस्ट (management aptitude test), पीजीडीएम करने के लिए कॉमन एडमिशन टेस्ट, ज़ेवियर एप्टीट्यूड टेस्ट (Xavier Aptitude Test), स्नातक प्रबंधन नामांकन परीक्षा (Graduate Management Admission Test (GMAT)) और से आईसीएफएआई बिजनेस स्कूल एप्टीट्यूड टेस्ट (ICFAI Business School Aptitude Test) जैसे एंट्रेंस एग्जाम को पास करना जरूरी होता हैं।
PGDM कोर्स में कौन-कौन से करियर विकल्प हैं?
- मार्केटिंग
- सेल्स मैनजर
- विदेशी व्यापार
- ऑपरेशन मैनेजमेंट
- बिजनेस एनालिटिक्स
- लॉजिस्टिक एंड सप्लाई चैन मैनेजमेंट
- इवेंट मैनजमेंट
- ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर
- फाइनेंस
- रिटेल
PGDM कोर्स के लिए भारत के अच्छे इंस्टीट्यूट
- ग्रेट लेक्स इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, चेन्नई, तमिलनाडु
- जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, जमशेदपुर, झारखंड
- आईएसबीआर बिजनेस स्कूल, बैंगलोर, कर्नाटक
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, बैंगलोर
- सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट, लवले, पुणे, महाराष्ट्र
- इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट टेकनोलॉजी, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग, मुंबई, महाराष्ट्र
- फोर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, नई दिल्ली
- आईटीएम-ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन खारघरी, नवी मुंबई, महाराष्ट्र
- लोयोला इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, चेन्नई, तमिलनाडु
PGDM में कौन से विषय होते हैं?
PGDM के विषयो दो भागों में बाटा गया है, जिनके नाम नीचे दिए गए है।
- कोर विषय (Core subjects)
- इलेक्टिव विषय (Elective Subjects)
कोर विषय (Core subjects)
कोर विषय वो होते है जिनसे छात्र अपनी इच्छा से नहीं चुन सकते है, यह अनिवार्य विषय होते है। भारत में कोर विषय कोन-कोन से होते है उनके नाम निचे दिए गए है।
- मैनेजरियल इकोनॉमिक्स
- बिज़नेस एथिक्स एंड कम्युनिकेशन
- फाइनेंस एंड एकाउंटिंग
- रिसर्च मेथोडोलॉजी
- ऑर्गनाइजेशनल बिहेवियर
इलेक्टिव विषय (Elective Subjects)
इलेक्टिव विषय वो होते है जिन्हे छात्र अपनी इच्छा से चुन सकता है हर साल 2 इलेक्टिव विषय चुनना होता है मतलब 2 साल के कोर्स में 4 इलेक्टिव विषयो को पड़ना होता है।
पीजीडीएम कोर्स करने के लिए क्या योग्यताएं होनी चाहिए?
पीजीडीएम कोर्स करने की कुछ योग्यताएं होती है जिनके बारे में नीचे बताया गया है।
- छात्र के पास विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
- बैचलर्स डिग्री में 50% नंबर लाना होता है, लेकिन हर कॉलेज में प्रतिशत नंबर अलग-अलग हो सकता है।
- उम्मीदवारों को परीक्षा प्रवेश पत्र के साथ व्यक्तिगत साक्षात्कार होता है इसके आलावा संस्थान की अन्य आवश्कताओ को पूरा करना होता है।
- पीजीडीएम कोर्स के लिए भारत में कुछ कॉलेज अपनी प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करती हैं। (जैसे CAT, MATऔर XAT आदि) इसी के आधार पर छात्रों का चयन किया जाता है।
PGDM Course के लिए आवेदन कैसे करे?
- यह कोर्स करने के पहले यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें
- वेबसाइट रजिस्ट्रेशन करने बाद नाम और पासवर्ड बनके सेव करे।
- फिर जो कोर्स आप करना चाहते हो उसे वेबसाइट में जेक सेलेक्ट करे।
- उसके बाद फॉर्म भरे, जो फॉर्म में जरुरी सभी डिटेल्स लिखे।
- फॉर्म पूरा भरने के बाद जरूरी शुल्क जमा करवाए।
- यदि पीजीडीएम कोर्स में एडमिशन प्रवेश परीक्षा पर आधारित होती है तो परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन पहले करें उसके बाद रिजल्ट आने का इतंजार करे , रिजल्ट के काउंसलिंग होती है , काउंसलिंग के अंदर प्रवेश परीक्षा के नंबरो के आधार पर चयन किया जाता है।
क्या पीजीडीएम कोर्स के लिए एंट्रेंस एग्जाम देनी होती है?
पीजीडीएम कोर्स करने के लिए इस सम्भंदित हर प्रकार की जानकारी होना जरूरी होता है इन्ही में से पीजीडीएम कोर्स में एडमिशन लेने कैसे लिया जाये ये छात्रों को पता होना चाहिए। पीजीडीएम कोर्स में एडमिशन दो तरह से होता है।
- मेरिट के आधार पर
- प्रवेश परीक्षा के आधार पर
मेरिट के आधार पर
भारत में कुछ यूनिवर्सिटी में पीजीडीएम कोर्स में एडमिशन मेरिट के आधार पर होता है जैसे जो छात्र यूनिवर्सिटी या कॉलेज की योग्यता और कट ऑफ को पूरा करते है उनको प्रोविजनल प्रवेश की पेशकश की जाती है।
प्रवेश परीक्षा के आधार पर
कई कॉलेज और विश्विद्यालयों में पीजीडीएम कोर्स में एडमिशन के लिए छात्रों को परीक्षा देनी होती है, परीक्षा में पास होने वाले छात्रों को शॉर्टलिस्ट किया जाता है। परीक्षा में पास हुए छात्रों को पीजीडीएम कोर्स में एडमिशन मिलता है।
पीजीडीएम कोर्स के एंट्रेंस एग्जाम
- CAT
- NMAT
- CMAT
- GMAT
- XAT
- MAT
पीजीडीएम कोर्स के टॉप रिक्रूटर्स
- ITC Limited
- Ultratech Cement
- HCL Ltd
- State Bank of India
- Omaxe Housing
- Amazon
- Hero Motocorp
- Maruti Suzuki
- Tata Motors
- Mahindra & Mahindra
- Kajaria Ceramic
- Pidilite Ind
- Wipro Infotech
निष्कर्ष
2025 में पीजीडीएम कोर्स करने के क्या लाभ है इस बारे में इस पोस्ट में बताया गया है। पीजीडीएम कोर्स एक डिग्री होने के साथ-साथ एक अच्छा शैक्षणिक अनुभव है जिसमे छात्रों को उनके चुने हुए करियर में सफलता मिल सकती है। इस कोर्स में माध्यम से छात्रों को व्यवसाय और प्रबंधन की प्रतिस्पर्धी और गतिशील दुनिया में सफलता के लिए तैयार करता है जिससे वह कॉर्पोरेट दुनिया में कार्य करके जरुरी ज्ञान, कौशल और अनुकूलन शीलता प्राप्त कर सके।
यदि आपका कोई भी सवाल और संदेह होता है तो कमेंट जरूर करे।