
भारत सरकार ने 25 जुलाई को बड़ा फैसला लेते हुए, भारत में दर्जनों मोबाइल ऐप को बैन कर दिया। इनमे उल्लू ऐप भी शामिल है इन सभी ऐप पर अश्लील कंटेंट दिखाने के कारण बैन किया गया है। जैसे ही इन ऐप पर बैन लगाने के लिए खबर सामने आई, लोगों ने उल्लू ऐप को सर्च करना चालू कर दिया। ULLU App भारत में बैन क्यों हुआ? ULLU App के फाउंडर कौन है? कितनी कमाई की है? कितने पढ़े लिखे है? तो आइये जानते है इन सब सवालो के जवाब।
ULLU App के फाउंडर कौन है?
इस एप के फाउंडर विभु अग्रवाल हैं। यह अप्प ओट प्लेटफार्म पर मौजूद है। विभु अग्रवाल ने नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर पढ़ाई की है। उन्होंने IIT कानपूर से बीटेक और जापान से MBA की डिग्री ली है। साथ में अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से पीएचडी डिग्री हासिल की है। फाउंडर विभु अग्रवाल ने तक़रीबन 30 साल पहले 1995 में जेपीको इंडिया (JAYPEECO India Pvt Ltd) के नाम से अपना पहला बिजनेस शुरू किया था। जो एक स्टील प्रोडक्शन का बिजनेस था, जो टीएमटी बार बनाती थी।
विभु अग्रवाल ने अपने बिजनेस की शुरुआत एक छोटे से गांव से की थीफिर आगे जाकर उन्होंने उत्तर भारत में एक सफल बिजनेस स्थापित किया। इसके पश्चात उन्हें एक इंडस्ट्रीज में बिजनेस करने की सोची और और टेक इंडस्टरीज में सफलता मिलने के बाद मीडिया और एंटरटेनमेंट दुनिया में अपना बिजनेस आगे बढ़ाया और साथ में उल्लू एप को लांच किया। हालांकि अश्लील कंटेंट को अपने प्लेटफार्म पर उपयोग करने के साथ-साथ वह जय प्रकाश चैरिटेबल ट्रस्ट भी चलाते हैं।
ULLU App को कामयाब होने 7 साल लगे
विभु अग्रवाल ने वैसे तो कई तरह के बिजनेस की जैसे प्रोडक्शन, टैक और हेल्थ में हाथ आजमाया। लेकिन उनका सबसे ज्यादा सफलता एंटरटेनमेंट ULLU App मिली। यह ऐप उन्होंने सब 2018 में लॉन्च किया था। शुरुआत से ही इस ऐप में बोल्ड कंटेंट का उपयोग किया जा रहा है। वैसे तो ओटीटी प्लेटफॉर्म पर दूसरे ऐप भी बोल्ड कंटेंट डालते हैं, लेकिन ULLU App ने सबसे ज्यादा नाम कमाया है। इसमें बोल्ड कंटेंट को अधिक शामिल करके दिखाया गया, जिसके कारण यह काफी ज्यादा पॉपुलर हुआ।
सब्सक्रिप्शन 10 दिन से लेकर साल भर का
विभु अग्रवाल ने कई क्षेत्रों में बिजनेस करने के बाद 2018 में उल्लू ऐप को लांच किया। यह ऐप लॉन्च करते ही सफलता की ओर बढ़ा, साथ ही 11 करोड लोगों ने डाउनलोड किया और आज भी इस ऐप पर 5 करोड़ ज्यादा एक्टिव यूजर है। यह ऐप सब्सक्रिप्शन प्लान के तहत भी उपलब्ध है। इसका साल भर का सब्सक्रिप्शन प्लान तकरीबन 1,000 रूपये में आता है साथ में कई टेलीकॉम कंपनियां भी अपने रिचार्ज प्लान में भी इस ऐप को फ्री उपलब्ध करवाती है।
ULLU App की कमाई?
उल्लू ऐप पर एक्टिव यूजर 5 करोड़ से अधिक और सब्सक्रिप्शन प्लान होने के कारण इसका रेवेन्यू बढ़ता रहा। इस ऐप में वित्त-वर्ष 2024 (FY2024) में 100 करोड रुपए का रेवेन्यू बनाया है, जिसके अंदर 15.14 करोड़ से ज्यादा का नेट प्रॉफिट भी कमाया है। ऐप के Founder और CEO विभु अग्रवाल कंपनी के माध्यम से 150 करोड़ का IPO लेन की तैयारी कर रहे थे, साथ ही SEBI को ड्राफ्ट पेपर भी जमा करवा दिए थे। इसके लिए उन्होंने 63 लाख स्टॉक शेयर बाजार में लाने की तैयारी कर रहे थे।
विभु अग्रवाल की नेटवर्थ? (Vibhu Agrawal Networth)
इनकी नेटवर्थ साल 2023 में 70 करोड़ रुपए थी, जो अब बढ़कर 93 करोड़ से 100 करोड़ रुपए के आसपास पहुंच गई है।

ULLU App भारत में बैन! जानें कितनी कमाई की है उल्लू ऐप के फाउंडर विभु अग्रवाल? सरकार ने क्यों किया बंद
क्यों लगाया इन एप्स पर सरकार ने बैन?
सरकार के मिनिस्ट्री ऑफ़ इनफार्मेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग के अनुसार, बैन के लिए सभी ऐप और वेबसाइट सोनोग्राफी कंटेंट आपत्तिजनक ऐड दिखा रहे थे। इसी को ध्यान रखते हुए सरकार ने आईटी एक्ट, 2000 के सेक्शन 67 और सेक्शन 67ए, भारतीय न्याय संहिता, 2023 के सेक्शन 294 और इनडिसेंट रिप्रेजेंटेशन ऑफ वुमन (प्रॉहिबिशन) एक्ट, 1986 के सेक्शन 4 समेत कई नियमो उल्लंघन किया गया, इसी कारण इन सभी पर बैन लगाया गया है।
निष्कर्ष
ULLU App भारत में बैन होने सेअश्लील कंटेंट को बढ़ोतरी में कमी आएगी। इसके साथ ही यह मैसेज जायेगा, कि अन्य प्लेटफार्म पर कोई भी एप्प्स और वेबसाइट के माध्यम से अश्लील कंटेंट नहीं फैलाये।
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