
Kapas Kisan Mobile App: भारत सरकार ने एक नया ऐप लॉन्च किया है, जो किसानों की सुविधा के किये है जिसमें किसान बिना किसी बिचौलियों की मदद से कपास बेच पाएंगे। सरकार ने यह ऐप कपास खरीद एजेंसी, कॉटन कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (CCI) ने ‘कपास किसान’ मोबाइल ऐप के नाम से लॉन्च किया है।
भारत में हर साल लाखों किसान कपास की फसल को मंडियों में बेचते है, लेकिन उन्हें अच्छा लाभ नहीं मिल पाता है। इसी कारण सरकार ने इस ऐप को लॉन्च किया है, जिसमें किसानों को उनकी फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य बिना किसी समस्या के आसानी से दिलाना और फसल खरीद प्रक्रिया को पारदर्शी, सरल और जल्दी बनाना।
क्यों ज़रूरी है कपास किसान ऐप?
भारत में कपास एक नकदी फसलों में से है। यह हर साल लाखों किसान कपास की फसल को मंडियों में बेचते है, लेकिन उनको कई बार MSP का फायदा नहीं मिल पाता है। कुछ किसानों को बिचौलियों पर निर्भर रहना पड़ता है, जिसके कारण किसानों को सही मुल्य नहीं मिल पाता।
इस ऐप के माध्यम से कपास को किसान सीधे सरकारी खरीद प्रणाली से जुड़ पाएंगे और पूरी खरीद प्रकिया डिजिटल और पेपरलेस होगी। इसमें MSP की गारंटी के साथ इस फसल का पैसा सीधे आपके बैंक अकाउंट में आएगा। यह एप के लांच होने से किसानों को मंडियों की भीड़ और लंबी लाइनों से बचाएगा और किसान अपने अनुसार डिजिटल स्लॉट बुकिंग कर पाएंगे। किसानों को उसी समय कपास की गुणवत्ता जांच, स्वीकृत मात्रा और भुगतान प्रक्रिया जानकारी मिल पायेगी। किसानों अपने भुगतान को एप के माध्यम से आसानी चेक कर पाएंगे।
इस एप की डिज़ाइन बिलकुल आसान है साथ यह कई भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है। इसका सबसे बड़ा फायदा किसानों को फसल बेचने के लिए बिचौलियों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। इसको सही मूल्य मिलने के साथ खरीद केंद्रों पर कागजी काम भी नहीं होगा। समय की बचत और पूरा कार्य पारदर्शिता के साथ पूरा होगा। सरकार के अनुसार इस एप से किसानों की समस्या कम होगी और डिजिटल इंडिया लक्ष्य को तेज़ी मिलेगी।
पंजीकरण 30 सितंबर तक होगा
कॉटन कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (CCI) की तरफ से लॉन्च इस कपास किसान ऐप को मोबाइल के गूगल प्ले स्टोर और एप्पल IOS ऐप स्टोर से डाउनलोड कर सकते है। यदि आप अकोला में कपास की फसल को बेचना चाहते है तो इस ऐप को डाउनलोड करके 30 सितंबर तक पंजीकरण करना होगा।
केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा
इस कपास किसान मोबाइल ऐप (Kapas Kisan Mobile App) को लॉन्च करते हुए केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि यह ऐप डिजिटल इंडिया को आगे बढ़ने कि दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इसके माध्यम से कपास बेचने की प्रक्रिया आसान हो जाएगी। उन्होंने बताया कि पंजीकरण से लेकर भुगतान की जानकारी तक हर चरण अब डिजिटल हो गया है। इससे एमएसपी पर कपास खरीद समय पर और निष्पक्ष तरीके से हो पाएगी। यह किसानों को मजबूरी में कम दाम पर फसल बेचने से भी बचाएगा।
विशेषताएं Kapas Kisan Mobile App की
- ऑनलाइन पंजीकरण: इस अप्प में किसान अपने मोबाइल नंबर और आधार से स्वंय को रजिस्टर कर सकते हैं।
- बुकिंग स्लॉट: किसान कपास बेचने के लिए अपनी सुविधा के अनुसार समय और तारीख का चुनाव कर सकते हैं।
- पेमेंट ट्रैकिंग: फसल बिक्री के बाद भुगतान की स्थिति जानने के लिए मोबाइल से पूरा भुगतान चेक की जा सकता है।
- लेन-देन पूरा सुरक्षित: पूरा कार्य डिजिटल रूप से होने के कारण किसानों को बिचौलियों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
- पारदर्शिता: खरीद प्रकिया डिजिटल होने की वजह से किसी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना कम होगी।
कपास किसान ऐप उपयोग करने का तरीक़ा
- Google Play Store या IOS Store से “कपास किसान ऐप” डाउनलोड करें।
- मोबाइल नंबर और आधार नंबर डालकर पंजीकरण करें।
- अपनी सुविधा अनुसार स्लॉट बुक करें।
- बुक किए गए दिन कपास मंडी/कलेक्शन सेंटर पर ले जाएँ।
- बिक्री पूरी होने के बाद पेमेंट सीधे बैंक खाते में मिलेगा, जिसे आप ऐप पर भी ट्रैक कर सकते हैं।
निष्कर्ष
कपास किसान मोबाइल ऐप (Kapas Kisan Mobile App) एक तरह से किसानों के लिए अच्छा कार्य किया है सरकार ने। इससे किसानों को अब बिचौलियों पर निर्भर रहे बिना अपनी फसल का उचित मूल्य मिल सकेगा। पूरा कार्य डिजिटल होने से किसी भी तरह की गड़बड़ी की कोई उम्मीद नहीं है। कागजी कार्यवाही नाम मात्र को होने से पूरा कार्य समय पर पूरा हो पायेगा।