Wednesday, 6 August 2025
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एसपीजी कमांडो बनने के लिए क्या प्रक्रिया होती है? कितनी मिलती है सैलरी।

एसपीजी कमांडो बनने के लिए क्या प्रक्रिया होती है? कितनी मिलती है सैलरी।
एसपीजी कमांडो बनने के लिए क्या प्रक्रिया होती है? कितनी मिलती है सैलरी।

भारत में कई तरह की सुरक्षा एजेंसिया कार्य करती है उनकी की तरह एक सिक्योरिटी एजेंसी का नाम एसपीजी कमांडो की एलीट यूनिट है जिसका मुख्य कार्य देश के प्रधानमंत्री और उनके परिवार की सुरक्षा करना होता है।

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यह देश की सबसे महत्वपूर्ण एलिट कमांडो यूनिट है।आज के समय में इस फोर्स में शामिल होना बहुत बड़ी बात है क्‍योंकि यह पोस्ट बड़ी होने के साथ-साथ, इसमें शामिल होने के लिए कड़ी मेहनत करनी होती है।इनकी ट्रेनिंग देश की सबसे कठिन ट्रेनिंग में से एक है। एसपीजी कमांडो बनना चाहते हो तो हम आपको बताते कैसे बनते है एसपीजी कमांडो, कैसे टर्निंग होती है, कितनी सैलरी मिलती है।

एसपीजी की क्यों जरूरत पड़ी?

1984 में देश की मौजूदा प्रधानमंत्री की हत्या उनके सुरक्षाकर्मियों द्वारा की गई थी। भारत सरकार को ऐसी सिक्योरिटी फाॅर्स की जरूरत पड़ी जो प्रधानमंत्री और उनके परिवार की सुरक्षा कर सके। इसी कारण भारतीय संसद में 2 जून 1988 को इस स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) का गठन किया गया। इसका मुख्याल नई दिल्ली में है। एसपीजी का मुख्य कार्य प्रधानमंत्री और उनके परिवार के साथ-साथ पूर्व प्रधानमंत्री और उनके परिवार को एक साल तक सुरक्षा देना होता है, यदि लगे इनकी सुरक्षा को खतरा है तब सुरक्षा एक साल से ज्यादा भी दी जा सकती है।

एसपीजी में शामिल होने के लिए सीधी भर्ती नहीं होती

एसपीजी कमांडो का मुख्य कार्य प्रधानमंत्री और उनके परिवार की करना सुरक्षा करना होता है। इसमें शामिल होने वाले जवान वरिष्ठ और कनिष्ठ अधिकारियों की भर्ती भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) से की जाती है। इसमें शामिल जवान हर साल बदलते रहते है इनकी सेवा अवधि 1 साल की होती है, फिर ये वापस अपनी मूल सुरक्षा एजेंसी में चले जाते है। एसपीजी गृह मंत्रालय के अधीन कार्य करता है जिस कारण खाली हुए पदों सूची भेजी जाती है। 

एसपीजी कमांडो बनने के लिए क्या प्रक्रिया होती है? कितनी मिलती है सैलरी।

एसपीजी कमांडो बनने के लिए क्या प्रक्रिया होती है? कितनी मिलती है सैलरी।

एसपीजी में शामिल होने के लिए कई तरह की चयन प्रक्रिया में गुजरना पड़ता है।

एसपीजी में शामिल होने जवानो को कई तरह की चयन प्रक्रिया से होकर गुजरना पड़ता है। जवानो का पीआई, साइक और फिजिकल टेस्ट होते है। चुनाव प्रक्रिया का पहला चरण एक साक्षात्कार के साथ शुरू होता है, जिसे निरीक्षक चरण आईजी (इंस्पेक्टर जनरल), दो डिप्टी आईजी और दो सहायक आईजी रैंक जो आईपीएस अधिकारी हैं, द्वारा आयोजित और व्यक्तिगत रूप से साक्षात्कार किया जाता है। साक्षात्कार के बाद, उम्मीदवारों को एक शारीरिक परीक्षा, एक लिखित परीक्षण और मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन में बैठने की भी आवश्यकता होती है। जो उम्मीदवार इन सभी चरण को पास कर लेता है फिर उसे स्‍पेशल ट्रेनिंग दी जाती है।

एसपीजी की ट्रेनिंग बहुत कठिन होती है

एसपीजी में आने जवानो को वर्ल्ड क्लास ट्रेनिंग दी जाती है क्योंकि वो पहले किसी स्‍पेशल फोर्स में कार्य कर चुके होते है, उनके पास बहुत सारा अनुभव होता है जिस कारण वर्ल्ड क्लास ट्रेनिंग पास कर पाते है। जिस तरह की ट्रेनिंग यूनाइटेड स्टेट सीक्रेट सर्विस एजेंट्स को मिलती है, वैसी ही ट्रेनिंग एसपीजी जवानो को मिलती है क्योंकि इनका कार्य प्रधानमंत्री और उनके परिवार की सुरक्षा करना होता है, हर एक कमांडो वन मैन आर्मी के बराबर होता है। इसकी ट्रेनिंग होने के बाद इनको 3 महीने के लिए निगरानी में रखा जाता है, ट्रेनिंग में एक साप्ताहिक परीक्षा होती है। ट्रेनिंग पास नही करने वाले जवानो अगले बेच में वापस एक और मौका दिया जाता है फिर भी पास नही पर जवान को उसकी पहले वाली सिक्योरिटी एजेंसी भेज दिया जाता है। एसपीजी कमांडो को लगातार एक जगह से दूसरी जगह ड्यूटी के लिए भेजा जाता है।

किस तरह का कार्य होता है एसपीजी कमांडो का?

एसपीजी कमांडो का मुख्य कार्य प्रधानमंत्री को सुरक्षा देना होता है। यह सुरक्षा देश-विदेश के दौरे में भी जाती है।  प्रधानमंत्री से मिलने वाले लोगो की संख्‍या, प्रधानमंत्री के फोन कॉल का जवाब देना, कार्यक्रम की पूरी जानकारी रखना, उनका टाइम टेबल बनाना व उनके लिए वाहनों का निर्धारण करना एसपीजी का कार्य है।

प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एसपीजी ने उनके चारो तरफ कई तरह के घेरे होते है सबसे पहले वाले घेरे को एसपीजी स्वयं संभालती है, वही एसपीजी की दूसरी टीम एसपीजी काउंटर असॉल्ट दूसरे घेरे संभालती है इनका मुख्य कार्य कवरिंग फायरपावर करना होता है। तीसरे घेरे एसपीजी के अलावा एनएसजी, आईएएफ के कमांडो होते है। सबसे आखिरी घेरे में एसपीजी के वहां की लोकल पुलिस होती है जिनका मुख्य कार्य लोगो की भीड़ को सभांलना होता है।

सैलरी कितनी होती है एसपीजी कमांडो की?

  • Salary (approx.) – Rs. 84,236, Rs 239,457
  • Bonus (approx.) –Rs. 153- Rs 16,913
  • Profit Sharing (approx.) – Rs. 2.04 – Rs 121, 361
  • Commission (approx.) – Rs 10.000

सैलरी में अन्‍य सुविधाएं

जो एसपीजी कमांडो ऑपरेशन ड्यूटी पर रहते है उनको हर साल 27, 800 रूपये दिए जाते है और जो कमांडो ऑपरेशन  ड्यूटी पर नहीं रहते उनको है हर साल 21,225 रूपये का ड्रेस भत्ता मिलता है।

निष्कर्ष

एसपीजी कमांडो बनने के लिए कई तरह की प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है, क्योंकि इनका मुख्य कार्य प्रधानमंत्री व उनके परिवार के सदस्य की सुरक्षा करना होता है। एसपीजी कमांडो एक बेहतरीन कौशल वर्धक कर्तव्य है साथ ही इनकी ट्रेनिंग बहुत कठिन होती है।

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मेरा नाम पवन काला है में एक कंटेंट राइटर हूँ , मुझे कंटेंट लिखने का बहुत सालो का अनुभव है। अभी में दैनिक रीड के लिए टेक्नोलॉजी, एजुकेशन और ऑटोमोबाइल्स पर कंटेंट लिख रहा हूं। में अपने अनुभव का उपयोग करते हुए लोगो तक सही जानकारी और सटीक जानकारी पहुंचा सकूँ।

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