
Phone Not Use in Toilet : आज के समय में लोगों को मोबाइल की इतनी लत लगी गई है, कि वह टॉयलेट जाते समय भी फ़ोन को साथ लेकर जाते है। बहुत सारे लोगों की तो अब आदत बन चुकी है कि फ़ोन को वाशरूम में ले जाना और बहुत समय तक फ़ोन को चलाते रहते है। लेकिन आप जानते है क्या की ये आदतें हमे गंभीर बीमारियों की तरफ धकेल रही है। टॉयलेट से फ़ोन में बैक्टीरिया फैलना का खतरा बहुत ज्यादा होता है इससे फ़ूड पॉइजनिंग और वाइरल इन्फेक्शन जैसी बीमारियां होने की संभावना रहती है।
Phone Not Use in Toilet रिसर्च अमेरिका
अमेरिका में हुए एक रिसर्च के अनुसार Phone Use in Toilet करने से बवासीर होने की संभावना 46% से भी ज्यादा बताया गया है। जिससे आपको खरतनाक समस्या का समाना करना पड़ सकता है।
1. Toilet में ज्यादा समय बैठना बन सकता है खतरा
अमेरिका में किये गए रिसर्च में 125 लोग किया था, जिनकी उम्र 45 साल से अधिक थी। कोलोनोस्कोपी से इनकी पाइल्स की जांच की गई। जिनमे इंसान की लाइफ स्टाइल के बारे में जाना, खान-पान, शारीरिक गतिविधि और शौच करने की आदत से लेकर और फ़ोन को Toilet में Use को लेकर उनसे काफी सवाल पूछे गए। इन सब बातो से पता चला है जिन लोगों ने टॉयलेट में फ़ोन का ज्यादा समय इस्तेमाल किया है। उन में 37% लोग है और इनमे से जो लोग बिना फ़ोन के जाते है वो 7% ही है जो टॉयलेट में कम समय बिताते है।
2. Facebook और Instagram से बढ़ रहा है बैठना का समय
इन्ही लोगों को समय का पता ही नहीं चलता, शॉर्ट वीडियो देखते-देखते ही बहुत समय तक Toilet में बैठे रह जाते है। पहले के लोग फ़ोन में इतना बिजी नहीं रहते थे, वो फ़ोन की जगह में टॉयलेट में अख़बार और मेगनीज लेकर जाते थे लेकिन अभी के समय में जितने शॉर्ट वीडियो Apps है। आज के जमाने का पूरा मॉडल ही tik-tok और instagram, facebook, youtube में ही टिका है इनको चलाने वाले को समय का पता ही नहीं चलता है की कितना समय निकल गया।
3. बवासीर का खतरा बढ़ रहा है कम उम्र में
आजकल के समय सभी स्टूडेंट व छोटे बच्चें भी Toilet में Smartphone Use करते है। इस तरह फोन चलने से इस युवा पीढ़ी में लगातार बवासीर की समस्या कम उम्र में ही बढ़ती जा रही है। सभी डॉक्टरों का भी यह कहना है की इसी आदत की वजह से कम उम्र के बच्चों में ये गंभीर बीमारी शुरू हो गई है।
4. बवासीर क्या है? शरीर पर क्या असर पड़ता है
बवासीर एक बीमारी है, जो ज्यादा दबाव के कारण से एनस यानी मलद्वार की ब्लड वेसल्स में सूजन आ जाती है। जिससे मलद्वार पर तेज दर्द होना शुरू हो जाता है। क्रॉनिक कंडीशन में ब्लड आना भी हो सकता है। लम्बे समय तक Toilet में बैठे रहने से एनल टिसू में लगातार दबाव पड़ने की वजह से समय के साथ ये दबाव की connective टिशूज कमजोर बना देती है, जिससे नसे फुलाव ले लेती है और बवासीर की समस्या का शुरू होने लग जाती है। इसके साथ ही बवासीर होने के कई सारे कारण है जैसे – पानी कम पीना, ज्यादा जोर देकर फ्रेश होने से, खराब खान-पीन और मोटापा से भी बवासीर होने का खतरा रहता है।
5. इससे बचने के क्या उपाय है?
बवासीर से बचने के लिए अधिक मात्रा में पानी पीना चाहिए। अपनी डाइट में फाइबर युक्त खाना लेना चाहिए। सही समय तक फ्रेस होनी आदत डाले, ज्यादा लम्बे समय तक टॉयलेट में नहीं बैठे रहे। नियमित रूप से योगा करना चाहिए। नियमित रूप से खान-पान में भी ध्यान देवे। डॉक्टर की सलाह भी समय-समय पर लेते रहे। यदि आप बिना फ़ोन के नहीं जा पाते तो, उसकी समय सीमा तय करे अर्थात आपको ध्यान रखना है की आप टॉयलेट में क्यों गए हो।
निष्कर्ष
Phone Use in Toilet करने लोगो को समय का कुछ पता ही नहीं रहता है। इसकी वजह से वो बहुत लम्बे समय तक बैठे रह जाते है, जिससे बवासीर होने की समस्या का डर रहता है। इसलिए इस बीमारी से बचने के लिए हमे ये आदत छोड़नी होगी और टॉयलेट जाते समय स्मार्टफोन सुरक्षित स्थान में रखे और बिना फ़ोन के टॉयलेट में जाना चाहिए।