
आज के समय में स्वास्थ्य क्षेत्र में करियर बनाने का सपना बहुत लोग देख रहे है इसी को ध्यान में रखते हुए हम इस इस पोस्ट में ऐसे सब्जेक्ट पर बात कर रहे है जो नर्सिंग का कार्य करने की इच्छा रखते है उनके लिए यह कोर्स ऐसा है जो आपको जल्दी नौकरी दिला सके? तो ANM (Auxiliary Nurse Midwifery) कोर्स आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। इस पोस्ट में हम ANM कोर्स की पूरी जानकारी विस्तार से समझाएंगे।
ANM का कोर्स क्या है?
ANM का पूरा नाम Auxiliary Nurse Midwifery है। यह एक डिप्लोमा कोर्स है जो खासतौर पर स्वास्थ्य सेवाओं और नर्सिंग के बुनियादी ज्ञान पर केंद्रित है। इस कोर्स में आपको मरीजों की देखभाल, महिला स्वास्थ्य, बच्चों की देखभाल और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी जानकारी दी जाती है। यह कोर्स खासतौर पर उन लोगों के लिए है जो स्वास्थ्य क्षेत्र में जल्दी करियर शुरू करना चाहते हैं।
ANM कोर्स करने का उद्देश्य
ANM कोर्स का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य क्षेत्र में कुशल नर्स तैयार करना है, जो प्राथमिक चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं में मदद कर सकें। इसके जरिए छात्रों को स्वास्थ्य देखभाल के बुनियादी सिद्धांत, टीकाकरण प्रक्रिया, गर्भवती महिलाओं की देखभाल और नवजात बच्चों की देखभाल सिखाई जाती है।
ANM कोर्स की करने का समय
ANM कोर्स की समय 2 साल की होती है। इसमें एक साल का थ्योरी पढ़ाई होती है और दूसरा साल प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के लिए होता है। यह ट्रेनिंग सरकारी या निजी अस्पतालों में दी जाती है, ताकि छात्र वास्तविक परिस्थितियों में काम करना सीख सकें।
ANM कोर्स करने की योग्यता
ANM कोर्स में एडमिशन लेने के लिए कुछ योग्यताएं होती हैं जो निम्न है।
- शैक्षणिक योग्यता: उम्मीदवार को 12वीं कक्षा पास होना चाहिए।
- आयु सीमा: एडमिशन के समय उम्मीदवार की उम्र 17 से 35 साल के बीच होनी चाहिए।
- स्ट्रीम: 12वीं कक्षा में विज्ञान (Science) या किसी भी स्ट्रीम से पास उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं।
ANM कोर्स का सिलेबस
ANM कोर्स में निचे दिए गए विषय पढ़ाए जाते हैं:
- नर्सिंग का परिचय: मरीजों की देखभाल और प्राथमिक चिकित्सा के सिद्धांत।
- मेडिकल सर्जिकल नर्सिंग: सर्जरी और दवाइयों से जुड़ी जानकारी।
- सामुदायिक स्वास्थ्य नर्सिंग: ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं।
- बच्चों की नर्सिंग: नवजात शिशुओं और बच्चों की देखभाल।
- मातृत्व स्वास्थ्य नर्सिंग: गर्भवती महिलाओं की देखभाल।
- स्वच्छता और पोषण: पोषण और साफ-सफाई का महत्व।
- टीकाकरण: विभिन्न बीमारियों से बचाव के लिए टीकों की जानकारी।
- फार्माकोलॉजी: दवाइयों की बुनियादी जानकारी।
ANM कोर्स के बाद करियर विकल्प
ANM कोर्स पूरा करने के बाद आपके पास कई करियर विकल्प होते हैं। आप सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में नौकरी कर सकते हैं।
- स्टाफ नर्स: सरकारी और निजी अस्पतालों में नर्स के रूप में काम कर सकते हैं।
- आशा वर्कर: ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का प्रचार और जागरूकता फैलाना।
- कम्युनिटी हेल्थ वर्कर: ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना।
- टीकाकरण अधिकारी: बच्चों और महिलाओं के टीकाकरण कार्यक्रमों में सहयोग करना।
- होम केयर नर्स: घर पर बीमार और बुजुर्ग मरीजों की देखभाल।
ANM कोर्स करने की फीस
ANM कोर्स करने की फीस कॉलेज और संस्थान के आधार पर अलग-अलग होती है।
- सरकारी कॉलेज: सरकारी कॉलेजों में फीस कम होती है, जो ₹10,000 से ₹50,000 तक हो सकती है।
- निजी कॉलेज: निजी कॉलेजों में फीस थोड़ी ज्यादा होती है, जो ₹50,000 से ₹1,50,000 तक हो सकती है।
ANM कोर्स करने के भारत में कॉलेज
भारत में कई अच्छे कॉलेज ANM कोर्स कराते हैं। कुछ प्रसिद्ध कॉलेजों के नाम:
- ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS)
- लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, दिल्ली
- राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज, बेंगलुरु
- जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग, मुंबई
ANM कोर्स के फायदे
- जल्दी करियर शुरू करने का मौका: यह कोर्स 12वीं के बाद जल्दी जॉब पाने का एक अच्छा तरीका है।
- महिलाओं के लिए आदर्श: यह कोर्स खासतौर पर महिलाओं के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- सरकारी नौकरी का मौका: ANM पास करने के बाद आप सरकारी नर्सिंग जॉब्स के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- समाज सेवा: ANM कोर्स के जरिए आप समाज की भलाई में योगदान दे सकते हैं।
ANM कोर्स करने के बाद सैलरी
ANM कोर्स पूरा करने के बाद आपकी शुरुआती सैलरी ₹10,000 से ₹15,000 प्रति माह हो सकती है। अनुभव बढ़ने के साथ यह ₹30,000 या उससे अधिक भी हो सकती है। सरकारी नौकरी में सैलरी के साथ-साथ अन्य लाभ भी मिलते हैं।
ANM और GNM में क्या अंतर है?
ANM और GNM (General Nursing and Midwifery) दोनों नर्सिंग कोर्स हैं, लेकिन इन दोनों में कुछ मुख्य अंतर हैं।
- कोर्स की अवधि: ANM 2 साल का होता है, जबकि GNM 3 साल का।
- फोकस: ANM प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं पर केंद्रित है, जबकि GNM विस्तृत नर्सिंग सेवाएं सिखाता है।
- करियर विकल्प: GNM करने वाले छात्र बड़ी नर्सिंग भूमिकाओं के लिए पात्र होते हैं।
ANM कोर्स करने के लिए एडमिशन कैसे ले।
ANM कोर्स में एडमिशन के लिए कई संस्थान प्रवेश परीक्षा लेते हैं। कुछ कॉलेज मेरिट के आधार पर भी एडमिशन देते हैं।
- एडमिशन फॉर्म भरें: कॉलेज की ऑफिशियल वेबसाइट पर आवेदन करें।
- मेरिट लिस्ट: कुछ कॉलेज आपकी 12वीं के अंकों के आधार पर मेरिट लिस्ट बनाते हैं।
- इंटरव्यू या काउंसलिंग: चयनित उम्मीदवारों को इंटरव्यू या काउंसलिंग के लिए बुलाया जाता है।
ANM कोर्स के बाद सरकारी नौकरी के अवसर
ANM कोर्स करने के बाद सरकारी नौकरी पाने के लिए आपके पास कई विकल्प होते हैं। सरकारी अस्पतालों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और ग्रामीण स्वास्थ्य योजनाओं में ANM नर्सों की हमेशा मांग रहती है। आप निम्नलिखित सरकारी पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं:
- स्वास्थ्य सेवाओं में स्टाफ नर्स: यह पद जिला और राज्य स्तर पर उपलब्ध होता है।
- आशा (ASHA) सुपरवाइजर: ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य जागरूकता के लिए।
- टीकाकरण अधिकारी: बच्चों और महिलाओं के लिए टीकाकरण कार्यक्रम का संचालन।
- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में नर्स: यहां आप प्राथमिक चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं में सहायता करेंगे।
सरकारी नौकरी पाने के लिए नियमित रूप से सरकारी भर्तियों की वेबसाइट्स और रोजगार समाचार को चेक करते रहना चाहिए।
ANM कोर्स के लिए स्कॉलरशिप
अगर आप आर्थिक रूप से कमजोर हैं, तो भी आप ANM कोर्स आसानी से कर सकते हैं। भारत सरकार और कई राज्य सरकारें स्वास्थ्य क्षेत्र में महिलाओं को बढ़ावा देने के लिए स्कॉलरशिप प्रदान करती हैं।
- राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल (NSP): इस पोर्टल पर रजिस्टर करके आप सरकारी छात्रवृत्तियों के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- राज्य सरकार की योजनाएं: कई राज्य सरकारें स्वास्थ्य कोर्स करने वाले छात्रों के लिए अलग-अलग योजनाएं चलाती हैं।
- निजी संस्थान: कुछ निजी संस्थान भी होनहार छात्रों को स्कॉलरशिप प्रदान करते हैं।
ANM कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा
कुछ प्रतिष्ठित कॉलेज और संस्थान ANM कोर्स में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं। इन परीक्षाओं में आपके 12वीं के ज्ञान और सामान्य विज्ञान पर आधारित सवाल पूछे जाते हैं। कुछ प्रमुख प्रवेश परीक्षाएं:
- AIIMS नर्सिंग एंट्रेंस टेस्ट
- PGIMER नर्सिंग एंट्रेंस टेस्ट
- JIPMER नर्सिंग एंट्रेंस
ANM कोर्स के बाद उच्च शिक्षा के विकल्प
अगर आप ANM कोर्स के बाद अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहते हैं, तो आपके पास कई उच्च शिक्षा विकल्प हैं:
- GNM (General Nursing and Midwifery): यह तीन साल का डिप्लोमा कोर्स है।
- B.Sc. नर्सिंग: बैचलर ऑफ साइंस इन नर्सिंग आपके करियर को एक ऊंचा स्तर देता है।
- पोस्ट बेसिक B.Sc. नर्सिंग: यह कोर्स ANM और GNM के बाद किया जा सकता है।
- M.Sc. नर्सिंग: मास्टर डिग्री के जरिए आप नर्सिंग में विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं।
ANM कोर्स के दौरान प्रैक्टिकल अनुभव
ANM कोर्स की खासियत यह है कि इसमें थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल ट्रेनिंग पर भी जोर दिया जाता है। छात्रों को अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में प्रशिक्षित किया जाता है, जहां वे मरीजों की देखभाल, इंजेक्शन लगाना, बुनियादी इलाज, और महिला स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं को करीब से समझते हैं। यह अनुभव न केवल उनकी स्किल्स को मजबूत करता है, बल्कि उन्हें वास्तविक परिस्थितियों में काम करने के लिए तैयार करता है।
ANM कोर्स का भविष्य
स्वास्थ्य क्षेत्र में तेजी से बढ़ती मांग के कारण ANM कोर्स का भविष्य बहुत उज्जवल है। भारत जैसे देश में, जहां स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच ग्रामीण इलाकों तक बढ़ानी है, ANM पेशेवरों की भूमिका अहम है। साथ ही, निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम्स की बढ़ती संख्या ने इस कोर्स की मांग को और बढ़ा दिया है।
ANM कोर्स के लिए जरूरी गुण
ANM कोर्स करने वाले छात्रों में कुछ विशेष गुण होने चाहिए:
- सहनशीलता: मरीजों की देखभाल करते समय धैर्य बनाए रखना जरूरी है।
- सकारात्मक दृष्टिकोण: हमेशा मददगार और सकारात्मक बने रहें।
- समस्या समाधान क्षमता: किसी भी आपात स्थिति में जल्दी और सही निर्णय लेने की क्षमता।
- टीम वर्क: स्वास्थ्य सेवाओं में एक टीम के साथ मिलकर काम करना होता है।
- सामाजिक सेवा की भावना: यह कोर्स समाज की सेवा के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम है।
ANM कोर्स करने वाले छात्रों के लिए सलाह
- पढ़ाई पर ध्यान दें: कोर्स के दौरान थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों पर ध्यान देना जरूरी है।
- प्रैक्टिकल ट्रेनिंग को गंभीरता से लें: असली सीख अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्रों में होती है।
- नेटवर्क बनाएं: अपने सहपाठियों और सीनियर्स के साथ अच्छे संबंध बनाएं।
- अपडेट रहें: स्वास्थ्य सेवाओं और नई तकनीकों के बारे में जानकारी रखें।
- स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति जुनून: अगर आप स्वास्थ्य क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं, तो इसे अपने दिल से करें।