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AI Technology se Farming: जाने 6 लेटेस्ट तकनीकों के बारे में, जिनसे होगी AI फार्मिंग, जल्द बनेगे अमीर

AI Technology se Farming: जाने 6 लेटेस्ट तकनीकों के बारे में, जिनसे होगी AI फार्मिंग, जल्द बनेगे अमीर
AI Technology se Farming: जाने 6 लेटेस्ट तकनीकों के बारे में, जिनसे होगी AI फार्मिंग, जल्द बनेगे अमीर

AI Technology se Farming: भारत में आज के समय AI का उपयोग हर सेक्टर में किया जा रहा है। अब AI का उपयोग खेती में किया जाने लगा गई। AI Farming करने से भारतीय किसान जल्द बनेगे अमीर। भारत में किसान और खेती दोनों अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। भारत की बढ़ती जनसँख्या की जरूरत पूरी करने के लिए भारत सरकार आधुनिक टेक्नोलॉजी अपनाने पर जोर दे रही है।

भारत में पारंपरिक तरीके से खेती अधिक की जाती है, जिससे किसानो की उपज जदया नहीं बढ़ पाती है। अब से देश में किसानो को खेती की नई तकनीकें का उपयोग करके उपज बढ़ाना है। ये नई तकनीकों में लागत कम है , साथ इससे से पर्यावरण को बचाने में भी मदद मिलेगी। इस पोस्ट में हम 6 लेटेस्ट तकनीकों के बारे में बतायेगे, जिनसे कम लागत में अच्छी उपज किया जा सके।

6 नई तकनीकों से खेती करना (6 Farming with New Techniques)

1. AI और मशीन लर्निंग Farming AI टेक्नोलॉजी

आज के समय AI और मशीन लर्निंग टेक्नोलॉजी से  दुनियाभर में खेती की जा रही है, इस टेक्नोलॉजी उपयोग करने से खेती में क्रांति लाने का काम हो रहा है। इन तकनीकों के माध्यम से किसान मौसम की चाल, मिट्टी की क्वालिटी, बीमारियों और कीटों का सटीक अंदाज़ा लगाकर समय रहते सही फैसला ले सकेंगे। अब दुनिया में AI-Based Apps लांच हो गए है, जिनसे किसान अपनी स्थानीय भाषा में सलाह लेकर बुवाई, सिंचाई और खाद के उपयोग आदि की मदद लेके खेती करते है। इससे खेती करने की लागत कम होती है और उपज बढ़ती है। जैसे माइक्रोसॉफ्ट ने अपने ‘फार्म वाइब्स’ के माध्यम से गन्ना उत्पादन में 40% तक इजाफा किया है।

2. वर्टिकल फार्मिंग AI तकनीक से खेती करना (Vertical Farming Farming with AI Technology)

यह एक एडवांस टेक्नोलॉजी की खेती है जिसमे एक नियंत्रित वातावरण में एक के ऊपर एक परतों में उगाई जाती है। इस खेती में मिट्टी के स्थान पर हाइड्रोपोनिक्स जैसी तकनीकों का उपयोग किया जाता है। इस तरह की खेती में कम जगह में अच्छी उपज की जा सकती है। इस तकनीक उपयोग शहरी एरिया में अधिक किया जाता है ताकि वह कम जगह में अच्छी उपज की जा सके। इस तरह की खेती में पानी और रसायनों का उपयोग कम होती है, साथ ही इसकी मौसम पर निर्भरता भी नहीं रहती है। इन्ही कारणों से र्टिकल फार्मिंग को आज की ‘स्मार्ट खेती’ माना जा रहा है।

3. रोबोटिक्स और स्वचालन AI तकनीक से खेती करना (Robotics and Automation Farming with AI Technology)

इस तरह की खेती को स्मार्ट और अधिक फायदे वाली कहते है। इसमें ऐसे रोबोटिक मशीनें और GPS सिस्टम वाले ट्रैक्टर शामिल होते हैं जो बुवाई, कटाई, छंटाई और खरपतवार हटाने जैसे काम बिना किसी इंसानी सहायता के कर सकते हैं। इसमें श्रमिकों की जरूरत नहीं होती , साथ ही इसमें अच्छे से काम और तेजी के सतह होता है। इस तकनीक में फसल का नुकसान कम होता है साथ ही यह 24×7 काम कर सकती है।

AI Technology se Farming: जाने 6 लेटेस्ट तकनीकों के बारे में, जिनसे होगी AI फार्मिंग, जल्द बनेगे अमीर

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4. ड्रोन तकनीक से खेती करना (Farming with Drone Technology)

भारत में ड्रोन का उपयोग अलग-अलग तरह के कार्य में किया जाता है। इसी ड्रोन का उपयोग अब खेती अब खेती में भी हो रहा है। ड्रोन के माध्यम से किसान अपने खेत की निगरानी, कीटनाशक छिड़काव और फसल स्वास्थ्य की देखरेख समय पर हो रही है और ये सब कार्य बहुत कम समय में हो रहा है। ये ड्रोन में सेंसर लगे होते है जिनसे फसलों में पोषक तत्वों की कमी, पानी की जरूरत और कीटों की पहचान आसानी से कम समय में कर लेते है। इन ड्रोन का उपयोग इस कदर है कुछ राज्यों में किसान एक घंटे में 10 एकड़ तक खेत में स्प्रे कर पते है। इस स्प्रे से किसान की मेहनत और समय साथ खेती के लिए पानी बच जाता है। इस तरह की नई टेक्नोलॉजी से किसानी की अच्छी कमाई हो रही है।  

5. प्रेसिजन एग्रीकल्चर से AI तकनीक से खेती करना (Farming with AI technology from Precision Agriculture)

यह प्रेसिजन एग्रीकल्चर खेती से मतलब है कि एक ऐसी टेक्नोलॉजी का उपयोग करना जिसमे GPS, सेंसर और डेटा एनालिटिक्स कि सहायता से खेत हर एक हिस्से को खेती के अनुसार संभालना। इसमें किसान सिर्फ उतनी ही खाद, पानी या कीटनाशक का उपयोग करते है, जितनी वह जरूरत होती है। इस तरह  से खेती करने लगत कम होने के साथ उपज भी बढ़ती है। इस AI तकनीक से पर्यावरण पर प्रभाव कम होता है , इसी कारण इस तकनीक का उपयोग समझदार किसानो कि पहली पसंद बनती जा रही है।

6. हाइड्रोपोनिक्स और एरोपोनिक्स AI तकनीक से खेती करना (Hydroponics and Aeroponics Farming with AI Technology)

ये दोनी तकनीकी आधुनिक खेती की क्रांतिकारी तकनीकें हैं, जिनमे बिना मिट्टी के भी पौधों की अच्छी उपज दे सकती हैं। इसमें हाइड्रोपोनिक्स पौधे पोषक तत्वों वाले पानी में उगते हैं, जबकि एरोपोनिक्स में उनकी जड़ें हवा में लटकती हैं। इस तकनीक में पानी का फाइन स्प्रे किया जाता है। हाइड्रोपोनिक्स और एरोपोनिक्स AI तकनीक पारंपरिक खेती के मुकाबले 70-90% तक पानी बचा सकती हैं। इसमें बीमारियों का खतरा कम होता है और पौधों की वृद्धि तेजी से होती है।

निष्कर्ष

आज के समय AI टेक्नोलॉजी से फार्मिंग करना आसान हो गया है, इसमें कई तरह की टेक्नोलॉजी आ गई है। इन सब टेक्नोलॉजी का उपयोग भारत में होने लगा है। AI खेती करने से समय, कीटनाशक और पानी की बचत होती है, साथ ही फसलों को नुकसान भी कम होता है। इस तरह की खेती करने से भारत में उपज अधिक होगी जो यहां की बढ़ती जनसंख्या के लिए सही है।

इस पोस्ट में हमारे माध्यम से दी गई जानकारी के बारे में कुछ सुझाव हो तो कमेंट के करके बताये।

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मेरा नाम पवन काला है में एक कंटेंट राइटर हूँ , मुझे कंटेंट लिखने का बहुत सालो का अनुभव है। अभी में दैनिक रीड के लिए टेक्नोलॉजी, एजुकेशन और ऑटोमोबाइल्स पर कंटेंट लिख रहा हूं। में अपने अनुभव का उपयोग करते हुए लोगो तक सही जानकारी और सटीक जानकारी पहुंचा सकूँ।

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